लखनऊ, 6 दिसंबर 2024
शून्य से पाँच साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाने के लिए सघन पल्स पोलियो अभियान आठ दिसम्बर से शुरू होगा जो कि 14 दिसम्बर तक चलेगा |
इस संबंध में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अजय गुप्ता ने बताया कि पोलियो वायरसजनित अत्यंत संक्रामक बीमारी है | प्रदेश 15 साल पहले पोलियो मुक्त हो चुका है | पोलियो का आखिरी केस 21 अप्रैल 2010 को फिरोजाबाद में मिला था | आज भी पडोसी देश जैसे पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान में इसका संक्रमण है | इसलिए कहीं फिर से यह संक्रमण न फैले, इसलिए हर साल पल्स पोलियो अभियान चला चलाकर बच्चों को बचाव की दवा पिलाई जाती है |
यह अभियान प्रदेश के 75 जनपदों में चलेगा | जिसमें 3.29 करोड़ बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाने का लक्ष्य है | अभियान के पहले दिन 1,10,648 बूथ के माध्यम से पोलियो से बचाव की दवा पिलाने का लक्ष्य है | नौ से 14 दिसंबर तक 69,316 टीमों एवं 25,331 पर्यवेक्षकों के द्वारा घर –घर जाकर शून्य से पाँच साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाई जाएगी |
इसके साथ ही 7190 ट्रांजिट टीमें और 3,419 मोबाइल टीम बस और टैंपो स्टैन्ड, रेलवे स्टेशन, ईंट भट्टों सहित दूरस्थ क्षेत्रों में काम करेंगी |
पोलियो के संक्रमण को फैलाने में घुमंतू, मलिन बस्ती, ईंट भट्टे , फैक्ट्री, निर्माणाधीन स्थलों में रहने वाले परिवारों की अहम भूमिका होती है | इसी क्रम में पूरे प्रदेश में 8,723 घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में 70,528 परिवारों को चिन्हित किया गया है |
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नेपाल बॉर्डर पर 30 टीकाकरण पोस्ट स्थापित किए गये हैं | इसके साथ ही सावधानीवश अन्य पोलियो संक्रमित देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया, सीरिया, कैमरून, कीनिया और इथोपिया से आने-जाने वाले सभी यात्रियों को पोलियो वैक्सीन से आच्छादित किया जाता है | फरवरी 2014 से नवंबर 2024 तक 1,63,698 यात्रियों को पोलियो की वैक्सीन से आच्छादित किया जा चुका है |
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि अभिभावक पाँच साल तक के बच्चो को पोलियो से बचाव की दो बूंद जरूर पिलाएं |