जौनपुर। रूस के शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय ने चार जून से 16 जून तक कई वैज्ञानिकों को व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया है। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के पर्यावरण विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य डॉ. सुधीर उपाध्याय को भी यह आमंत्रण मिला है। उन्हें यह आमंत्रण उनके शोध पत्रों की उच्च कोटि के गुणवत्ता के ही आधार पर मिला है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने उन्हें रूस से मिले इस आमंत्रण के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डॉ सुधीर जैसे शिक्षकों की प्रतिभा से विश्वविद्यालय का नाम वैश्विक पटल पर पहुंच रहा है। देश के बाहर के विश्वविद्यलयों में शैक्षिक कार्य के लिए आमंत्रित किया जाना पूर्वांचल विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि डॉ उपाध्याय के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च कोटि के 78 शोध पत्र स्कोप्स में प्रकाशित हैं। उनकी तीन पुस्तकें भी प्रकाशित हैं। डॉ.सुधीर उपाध्याय के व्याख्यान का पहला चरण रूस के गेलेंदज़िक शहर में चार जून से नौ जून तक होगा। पहले चरण के व्याख्यान के लिए निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) कामिल शागिदुल्लोविच काज़ीव, डीआई इवानोवस्की, जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी अकादमी, दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय ने डॉ सुधीर के उपाध्याय को बतौर मुख्य वक्ता आमंत्रित किया है। वह दो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में व्याख्यान देंगे। पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ” पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के मृदा आवरण के सतत विकास की संभावनाएं और समस्याएं ” तथा दूसरा अंतरराष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक स्कूल की ओर से आयोजित “मानव जनित भार के तहत मृदा पारिस्थितिकी तंत्र की निगरानी, सुरक्षा और बहाली” विषय पर है।
मृदा विज्ञान विभाग, साउथर्न फ़ेडरल यूनिवर्सिटी, रोस्तोव-ऑन-डॉन की हेड प्रोफेसर तातियाना मिंकियाना ने 10 जून से 16 जून तक डॉ.सुधीर उपाध्याय को अमूल्य वैज्ञानिक ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान के लिए कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वक्ता के रूप में आमंत्रित किया है। इसी के तहत डॉ उपाध्याय को यूनिवर्सिटी ऑफ़ मास्को में भी व्याख्यान देना है। डॉ.सुधीर उपाध्याय राइज़ोस्फेरिक इंजीनियरिंग एंड पीजीपीआर, इनवायरोनमेंटल स्ट्रेस की स्थिति में पौधों की वृद्धि एवं भारतीय मूल्य और जलवायु परिवर्तन आदि विषयों पर मुख्य वैज्ञानिक व्याख्यान देंगे। डॉ. उपाध्याय की इस विशेष उपलब्धि पर कुलसचिव महेन्द्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह, डीन विज्ञान संकाय, प्रोफेसर राजेश शर्मा, प्रोफेसर मनोज मिश्रा, डॉ एस पी तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने बधाई दी है।