जौनपुर 23 सितम्बर, 2024
जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट प्रेक्षागृह में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम-2015 संशोधन 2021 एवं मिशन वात्सल्य का जनपद में क्रियान्यवयन करने के बारे में सोमवार को कार्यशाला का आयोजन हुआ।
मिशन वात्सलय के जनपद में अनुपालन के लिए अधिनियम के अन्तर्गत गठित ब्लाक/नगर निकाय बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के पदाधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका/नगर पंचायत, सहायक विकास अधिकारी (पं.), सहायक विकास अधिकारी (स.क.), थानों के बाल कल्याण अधिकारी, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन की उपस्थिति में कार्यशाला चली। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने मिशन वात्सल्य के अन्तर्गत संचालित बालकों की समस्त योजनाओं के लाभार्थियों का सत्यापन करते हुए उन्हें शत-प्रतिशत आच्छादित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जनपद में बाल संरक्षण का बेहतर माहौल होना चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी साईं तेजा सीलम ने निर्देश दिया कि स्पान्सरशिप, बाल सेवा योजना (सामान्य), उ.प्र. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कोई भी पात्र लाभार्थी आच्छादन से छूटना नहीं चाहिए। किसी बच्चे के हित में कार्य करने पर व्यक्तिगत रूप से उन्हें खुशी महसूस होगी। यह मानवता की सेवा का सबसे अच्छा रास्ता है।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि विशेष किशोर पुलिस यूनिट और एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के माध्यम से पुलिस विभाग बच्चों के लिए बेहतर कार्य करने की कोशिश कर रहा है। किशोर न्याय (बालकों का देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम एवं पाक्सो अधिनियम के अनुपालन के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही हैं। बच्चों के लिए संचालित योजनाओं का जनपद में आच्छादन करने के लिए भी पुलिस विभाग सक्रिय सहयोग करेगा और थानों के महिला हेल्पडेस्क के माध्यम से पात्र बच्चों के आवेदन कराये जाएंगे। यूनिसेफ से आए हुए अनिल कुमार ने किशोर न्याय (बालकों का देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम एवं पाक्सो अधिनियम पीपीटी के माध्यम से वर्णन किया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय कुमार पाण्डेय ने विभाग की ओर से संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए विभिन्न हेल्पलाइन नम्बर के साथ ही बालमित्र, ग्राम पंचायत/वार्ड बनाने के लिए वार्षिक कार्ययोजना में सम्मिलित करते हुए कुल बजट के पांच प्रतिशत धनराशि बच्चों एवं महिलाओं के लिए खर्च करने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेन्द्र सिंह, एएलसी देवब्रत यादव सहित अन्य अधिकारीगण और कर्मचारीगण ने प्रतिभाग किया। संचालन बाल संरक्षण अधिकारी चन्दन राय ने किया।