गोरखपुर। कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान का आरोप है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। इसके विरोध में गोरखपुर में उनके नेतृत्व में अमित शाह का पुतला दहन कर उनसे इस्तीफा देने की मांग की गई।
निर्मला पासवान का आरोप है कि पुतला दहन के दौरान कैंट इंस्पेक्टर ने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ उनके साथ बर्बरता की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर उन्हें गाली देते हुए घसीटा गया। निर्मला ने कहा कि इस समय भाजपा की गुंडागर्दी चरम पर है। भाजपा सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए लंबे-लंबे वादे करती है लेकिन महिलाओं को कहीं सम्मान नहीं देती। उनका कहना है कि प्रदर्शन के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। 24 घंटे के बाद कोर्ट से उनकी जमानत हुई है। उन्होंने कहा कि उनके साथी ब्लॉक अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी, महिला अध्यक्ष सोनिया शुक्ला, एआईसीसी सदस्य स्नेह लता गौतम, ध्रुव पासवान, राजेश साहनी सहित छह लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के सिपाही हैं। हम लड़ेंगे, डरेंगे नहीं। उन्हें एक बार नहीं, हजार बार जेल जाना पड़े तो भी जाने से गुरेज नहीं करेंगे।