नामांकन से पहले दशाश्वमेध घाट पर किया गंगा पूजन, काल भैरव से मांगा आशीर्वाद
योगी सहित 12 राज्यों के सीएम, राजनाथ, शाह सहित 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे
एनडीए के सहयोगी दलों के बड़े नेता शिंदे, जयंत, चिराग, चंद्रबाबू भी मौजूद
वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पुष्य नक्षत्र में अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने चार प्रस्तावकों पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा, संजय सोनकर के साथ नामांकन किया। इनमें से पंडित गणेश्वर शास्त्री पुजारी हैं जबकि बाकी लोग भाजपा या आरएसएस की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हैं। नामांकन के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी नामांकन कक्ष में मौजूद थे। वह 10 बजे के करीब दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे और गंगा पूजन किया और घाटों का जायजा लिया। उन्होंने गंगा अवतरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया। काल भैरव मंदिर में भी दर्शन पूजन किया और उनसे नामांकन की इजाजत ली।
नामांकन से पहले भव्य रोड शो का आयोजन हुआ। बताया जा रहा है कि इससे पहले के समय में नामांकन से पहले होने वाली भीड़ से भी इस बार की भीड़ कई गुणा थी। वाराणसी से यह उनका लगातार तीसरा नामांकन है। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, हरदीप पुरी, अनुप्रिया पटेल सहित लगभग 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी साथ-साथ चल रहे थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बिहार के नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, मध्यप्रदेश के मोहन यादव, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, छत्तीसगढ़ के विष्णुदेव साय सहित कुल 12 राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे। एनडीए के सहयोगी दलों के बड़े नेता एकनाथ शिंदे, जयंत चौधरी, चिराग पासवान, चंद्रबाबू नायडू आदि की भी उपस्थिति रही। नामांकन के समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वह उनकी एक झलक देख पाने के लिए परेशान थे। नरेंद्र मोदी इसके पहले 2014 तथा 2019 में भी यहां से अपनी जीत दर्ज कर चुके हैं।2014 में 3.37 लाख तथा 2019 में 4.80 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस की तरफ से अजय राय तथा बसपा की तरफ से अतहर जमाल लारी उनके सामने चुनाव मैदान में हैं।