
वरुणा प्रवाह न्यूज नेटवर्क, गोरखपुर।
पादरी बाजार स्थित फातिमा अस्पताल में विश्व क्षयरोग (टीबी) दिवस पर इस वर्ष की थीम”हाँ! हम टीबी समाप्त कर सकते हैं” विषय पर सोमवार को 11:00 बजे से गोष्ठी आयोजित की गई।
इसमें फातिमा अस्पताल के निदेशक फादर डॉ. संतोष सेबास्टियन ने मरीजों और कर्मचारियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्व क्षय रोग दिवस हमें इस घातक बीमारी के प्रति जागरूकता बढाने और उसे रोकने के लिए एकजुट होने का अवसर देता है। समय पर जांच, स्वस्थ जीवनशैली और सही जानकारी से हम क्षयरोग (टीबी) से बचाव कर सकते है। हमारा अस्पताल हमेशा इस दिशा में कार्यरत है। हम सभी को मिलकर इस बीमारी के खिलाफ लड़ना होगा।
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे फातिमा अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन विशेषज्ञ एमडी डॉ. संदीप गुप्ता ने टीबी के प्रति आमजन में फैली भ्रांतियों को दूर किया। उन्होंने कहा कि टीबी उपचार से ठीक हो जाने वाली बीमारी है। समय पर जांच और नियमित इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार इसके मुफ्त इलाज और दवाइयों की व्यवस्था करा रही है, जिनका लोगों को लाभ उठाना चाहिए। फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टीबी के लक्षण, उपचार और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिकारी एमडी डॉ विनय सिन्हा, एमडी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ नवीन पाण्डेय, फॉदर विलसन एसोसिएट निदेशक, फॉदर शीजो एसोसिएट निदेशक, सिस्टर लता एमएसजे प्रशासिका, फातिमा अस्पताल गोरखपुर, नर्सिंग की छात्राएं, अस्पताल के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। संचालन फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने किया।
यहां बता दें कि 1995 में स्थापित फातिमा अस्पताल में प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई), भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस), पूर्वातर रेलवे, एचएएल, एनटीपीसी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) गोरखपुर, एसबीआई, मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष, उत्तर प्रदेश आदि से सूचीबद्ध है। यहां 24 घंटे इंमरजेंसी सेवा, ब्लड बैंक सेवा, डायलिसिस यूनिट, फार्मेसी एवं एम्बुलेन्स सेवाएं उपलब्ध हैं।