गोरखपुर। गीडा थाना क्षेत्र के अमटौरा में दो वर्गों में हुए विवाद में दो दिन पहले गोली चल गई थी। इसी मामले में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल रविवार मौके पर जाने वाला था जिसका नेतृत्व कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान कर रहीं थीं। एहतियातन पुलिस ने रविवार सुबह उन्हें उनके घर पर ही हाउस अरेस्ट कर दिया। उनके साथ ही कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए। हालांकि इसके पहले भी वह कई अन्य मामलों में सुर्खियों में रहीं हैं।
चार दिन पहले सरकार के कार्यों से नाराज़ होकर सीएम का पुतला फूंके जाने की योजना थी। जानकारी होते ही पुलिस ने तब भी भोर में छह बजे ही उन्हें नजरबंद कर दिया था और छह घंटे तक लगातार उनपर निगाह रखी और किसी से मिलने जुलने नहीं दिया।
यही निर्मला पासवान कई अन्य मामलों में भी चर्चा में रहीं हैं। दो महीने पहले एक डॉक्टर पर आरोप लगा कि अपनी पत्नी का इलाज कराने आए एक पुलिसकर्मी को उसने अपने चैम्बर में बंद कर मारा-पीटा। मामले में रिपोर्ट भी दर्ज हुई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे नाराज होकर निर्मला ने आंदोलन किया। इसके अलावा ढेर सारे जनहित के मुद्दों पर वह बहुत ही मुखर रहीं हैं।
उनकी एक और खासियत है कि वह कहीं भी जाती रहें और अर्थी दिख जाए तो वह कंधा ज़रूर देती हैं। अब तक वह सैकड़ों अर्थियों को कंधा दे चुकी हैं। इतना ही नहीं, कई शवयात्रा में वह श्मशान घाट तक गईं हैं।
निर्मला पासवान की गिनती राहुल गांधी के करीबी लोगों में होती है। राहुल गांधी जब गोरखपुर आए थे तो उन्हें वह दीर्घेश्वरनाथ मंदिर का दर्शन कराने ले गईं थीं। दर्शन करवाने की उनकी फोटो काफी वायरल हुई थी। कई अन्य मुद्दों पर उनका नाम राहुल गांधी के साथ रहा और वह राहुल गांधी के साथ जेल में भी बंद रहीं। प्रियंका गांधी के साथ भी उनकी करीबी जगजाहिर है। वह गोरखपुर में पार्टी गतिविधियों के संबंध में उनसे जानकारी लेती रहती हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ भी उनकी आत्मीयता दिखती है। वह चुनाव के दौरान उन्हें अपने साथ हेलीकॉप्टर से लेकर गये थे।
निर्मला पासवान मूलरूप से छत्तीसगढ़ की हैं। वहां पर ही उन्होंने भिलाई से बीएससी की पढ़ाई की है। उनकी शादी गोरखपुर में हुई लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इसलिए उन्होंने 250 रुपए में एक विद्यालय में काम करना शुरू किया। इस दौरान उन्हें महिलाओं के मुद्दों को करीब से समझने का मौका मिला। महिलाओं की स्थिति देखकर वह उनके मुद्दों पर काम करने लगीं। गांव वालों ने इससे खुश होकर उन्हें पहली बार बीडीसी का चुनाव जिताया। उसके बाद वह गांव की प्रधान बनीं। प्रधान रहने के दौरान ही उनके कार्यों को लेकर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें सम्मानित किया था। उसके बाद उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और वार्ड नंबर एक से गोरखपुर जनपद में सबसे ज्यादा मतों से चुनाव जीतने का रिकार्ड बनाया। जिला पंचायत चुनाव लड़ने के बाद 2017 में कांग्रेस ने उन्हें पिपराइच से विधानसभा का टिकट दिया था। बाद में पार्टी हित को देखकर वह चुनाव लड़ने से हट गईं।
वह महिलाओं के साथ जहां साड़ी में नजर आती हैं, वहीं कुर्ता-पायजामा और जैकेट के साथ कई बार आंदोलनों में दिखाई देती रही हैं।